आधुनिक क्रिकेट ट्रेनिंग में बॉलिंग मशीन की भूमिका

आधुनिक क्रिकेट ट्रेनिंग में बॉलिंग मशीन की भूमिका

क्रिकेट के आधुनिक प्रशिक्षण में बॉलिंग मशीन क्यों बन गई है हर खिलाड़ी की असली गुरु और कैसे Ranchi Cricket Academy ने इसके जरिए खिलाड़ियों के खेल में बदलाव लाया

सुबह का समय था, Ranchi Cricket Academy के मैदान में हल्की धूप फैली हुई थी। बच्चे नेट पर बैट लेकर तैयार थे, लेकिन आज कुछ नया होने वाला था। मैदान के एक कोने में एक चमकती हुई मशीन रखी थी जिसे देखकर सबकी आंखों में उत्सुकता थी। कोच मुस्कराते हुए बोले, आज से तुम्हारा नया साथी मैदान में आया है – यह है बॉलिंग मशीन।

शुरुआत में बच्चों को थोड़ा डर लगा। मशीन से निकलने वाली गेंद की स्पीड देखकर कुछ खिलाड़ी पीछे हट गए, लेकिन कोच ने समझाया कि यह मशीन डराने के लिए नहीं बल्कि तुम्हारे खेल को निखारने के लिए है। बॉलिंग मशीन वह साधन है जो बल्लेबाज को हर स्पीड और हर एंगल की गेंद खेलने की प्रैक्टिस देती है।

Ranchi Cricket Academy में यह माना जाता है कि अगर खिलाड़ी को लगातार सुधार करना है तो उसे हर तरह की गेंद का सामना करना आना चाहिए। बॉलिंग मशीन यही काम करती है। यह कभी फास्ट बॉलर की तरह 140 किलोमीटर की स्पीड से बॉल डालती है तो कभी स्पिनर की तरह घूमती हुई गेंद। इससे खिलाड़ी का रिफ्लेक्स और टाइमिंग दोनों मजबूत होते हैं।

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कोच ने बच्चों से कहा कि जब इंसान बॉल डालता है तो उसके मूड, थकान और कंसिस्टेंसी में फर्क आता है, लेकिन मशीन हमेशा एक जैसी गेंद डालती है। यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। बॉलिंग मशीन खिलाड़ी को एक ही तरह की गेंद पर बार-बार खेलने का मौका देती है ताकि वह अपनी तकनीक को सुधार सके।

एक दिन अकादमी का युवा खिलाड़ी आर्यन नेट पर आया। वह अच्छी बल्लेबाजी करता था लेकिन बाउंसर गेंदों पर डर जाता था। कोच ने उसे बॉलिंग मशीन पर बाउंसर मोड में अभ्यास कराया। कुछ ही दिनों में आर्यन ने अपना डर खो दिया और अब वह हर ऊंची गेंद को आत्मविश्वास से खेलता है।

Ranchi Cricket Academy में हर सत्र के दौरान बॉलिंग मशीन का उपयोग किया जाता है ताकि खिलाड़ी अपने कमजोर शॉट्स पर काम कर सकें। चाहे वह कवर्ड्राइव हो, पुल शॉट हो या कटक शॉट, मशीन हर तरह की स्थिति में बल्लेबाज को तैयार करती है।

बॉलिंग मशीन सिर्फ बल्लेबाजों के लिए ही नहीं बल्कि बॉलर्स और कोच के लिए भी मददगार है। इससे कोच खिलाड़ियों की तकनीक को स्लो मोशन में देखकर सुधार के सुझाव देते हैं। मशीन के जरिए हर खिलाड़ी को बराबर मौका मिलता है और ट्रेनिंग का स्तर प्रोफेशनल बनता है।

Ranchi Cricket Academy का मानना है कि क्रिकेट में तकनीक और मेहनत दोनों जरूरी हैं। अगर मेहनत दिल से हो और तकनीक सही दिशा में हो तो कोई भी खिलाड़ी आगे बढ़ सकता है। बॉलिंग मशीन उस तकनीकी दिशा का हिस्सा है जिसने अकादमी के कई खिलाड़ियों को नया आत्मविश्वास दिया है।

हर खिलाड़ी को यह समझना चाहिए कि बॉलिंग मशीन सिर्फ एक उपकरण नहीं, बल्कि सीखने का माध्यम है। यह उस गुरु की तरह है जो हर बार वही गलती दिखाती है ताकि अगली बार खिलाड़ी उसे सुधार सके।

Ranchi Cricket Academy हमेशा यह संदेश देती है कि मशीन हो या इंसान, अगर नीयत सीखने की हो तो मैदान ही सबसे बड़ी किताब है और हर गेंद एक नया सबक।

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