क्रिकेट में लंच का महत्व: खाली पेट खेलने की सबसे बड़ी भूल जो हर खिलाड़ी को समझनी चाहिए
क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें केवल तकनीक और फिटनेस ही नहीं बल्कि खानपान का भी बहुत बड़ा योगदान होता है। आजकल देखा जा रहा है कि बहुत से खिलाड़ी प्रैक्टिस या मैच के समय बिना लंच किए ही मैदान में पहुँच जाते हैं। यही एक बड़ी गलती है जो उनके प्रदर्शन को सीधे प्रभावित करती है।

जब पेट खाली रहता है तो शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है। खिलाड़ी चाहे जितना भी फिट हो, अगर उसने सही समय पर भोजन नहीं किया है तो वह लंबे समय तक दौड़ नहीं सकता, रन नहीं बना सकता और फील्डिंग में भी उसकी गति कम हो जाती है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें हर ओवर, हर गेंद पर ध्यान और ताकत दोनों की आवश्यकता होती है, और यह तभी संभव है जब शरीर को पर्याप्त पोषण मिले।
लंच का सही समय और सही मात्रा खिलाड़ी के लिए बहुत जरूरी है। रांची क्रिकेट अकैडमी डाइट टिप्स में रोटी, चावल, दाल, सब्जियाँ और साथ ही थोड़ा बटर या ब्रेड जैसी ऊर्जा देने वाली चीजें जरूर शामिल होनी चाहिए। इसके साथ फल और जूस भी शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। बहुत से खिलाड़ी प्रैक्टिस के दौरान ग्लूकोज, फ्रूट जूस या पानी साथ लेकर नहीं चलते, जिसके कारण उन्हें थकान महसूस होती है। यह उनकी गलती है।

अगर शरीर को समय पर ऊर्जा नहीं मिलेगी तो खिलाड़ी चाहे कितनी भी मेहनत करे, स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन फॉर क्रिकेटर्स वह अपनी पूरी क्षमता से प्रदर्शन नहीं कर पाएगा। इसलिए हर क्रिकेटर को यह समझना चाहिए कि लंच कोई औपचारिकता नहीं बल्कि उनके खेल का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
रांची क्रिकेट अकैडमी में खिलाड़ियों को यह सिखाया जाता है कि अभ्यास जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी सही भोजन करना भी है। जब आप अपने शरीर को सही पोषण देंगे तभी वह मैदान में सही प्रदर्शन करेगा।
याद रखें, खाली पेट खेलना केवल शरीर को नहीं बल्कि आपके प्रदर्शन को भी कमजोर करता है। एक सच्चा खिलाड़ी वही है जो अपनी फिटनेस, डाइट और खेल – तीनों के बीच संतुलन बनाए रखता है।
क्रिकेट में सफलता केवल शॉट खेलने या गेंद फेंकने से नहीं आती, बल्कि यह शरीर की ऊर्जा और मानसिक स्थिरता पर निर्भर करती है। इसलिए हर खिलाड़ी को यह ध्यान रखना चाहिए कि लंच कोई विकल्प नहीं, बल्कि क्रिकेट का आवश्यक हिस्सा है।
