गाँव के खिलाड़ियों के लिए रांची क्रिकेट अकादमी क्यों है सही चुनाव
हमारे देश के गाँवों में छिपे हुए हैं ऐसे खिलाड़ी, जिनकी ताकत मैदान की मिट्टी में और जिनका सपना उनके दिल में बसता है। लेकिन अक्सर मौका और सही मार्गदर्शन न मिलने के कारण, यह खिलाड़ी अपने हुनर को आगे नहीं बढ़ा पाते।

रांची क्रिकेट अकादमी ऐसे ही खिलाड़ियों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। यहाँ हर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे को यह बताया जाता है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक अनुशासन है जिसमें फिटनेस सबसे पहली सीढ़ी है।
युवा खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट गाइडेंस
एक कहानी याद आती है – छोटा सा गाँव, झारखंड का एक लड़का, नाम था सुरेश। उसके पास कोई किट नहीं थी, कोई सुविधा नहीं थी, लेकिन उसकी दौड़, उसकी मेहनत और उसका जोश देखकर सब हैरान रह गए। जब वह रांची क्रिकेट अकादमी पहुँचा, तो सबसे पहले उसे फिटनेस की अहमियत समझाई गई।
हर सुबह दौड़, स्ट्रेचिंग, बैलेंस और स्टैमिना पर काम शुरू हुआ। कुछ ही महीनों में वही सुरेश जो पहले पाँच ओवर के बाद थक जाता था, अब पूरे मैच तक ऊर्जा से भरा रहता था। उसकी बल्लेबाजी सुधरी, फिल्डिंग में फुर्ती आई, और उसके अंदर आत्मविश्वास पैदा हुआ।

रांची क्रिकेट अकादमी मानती है कि गाँव का खिलाड़ी सबसे सशक्त खिलाड़ी होता है, बस उसे सही दिशा और फिटनेस की समझ देनी होती है। गाँव के क्रिकेटर की सफलता हर खिलाड़ी को उसकी क्षमता के अनुसार ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वह न सिर्फ मैदान में अच्छा खेले, बल्कि एक अनुशासित खिलाड़ी बन सके।
अगर आपके अंदर भी क्रिकेट का जोश है और आप गाँव या कस्बे से हैं, तो रांची क्रिकेट अकादमी आपका स्वागत करती है। यहाँ आपकी मेहनत को पहचान मिलेगी और आपके सपनों को उड़ान।
