सौरभ तिवारी झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन सचिव

सौरभ तिवारी झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन सचिव

रांची क्रिकेट अकादमी – क्रिकेट में उपलब्धि का असली मूल्य

झारखंड की मिट्टी ने हमेशा से देश को शानदार क्रिकेटर दिए हैं — चाहे वह महेंद्र सिंह धोनी हों, वरुण आरोन, ईशान किशन या सौरभ तिवारी।
अब जब इन्हीं में से एक अनुभवी और मेहनती खिलाड़ी सौरभ तिवारी को झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन (JCA) का सचिव चुना गया है, तो पूरे झारखंड क्रिकेट जगत में नई ऊर्जा और उम्मीद की लहर दौड़ गई है।

यह केवल एक पद परिवर्तन नहीं, बल्कि झारखंड क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत है।

  1. खिलाड़ी से प्रशासक तक की प्रेरणादायक यात्रा

सौरभ तिवारी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि झारखंड के युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं।
आईपीएल में मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राइजिंग पुणे सुपरजायंट जैसी बड़ी टीमों के लिए खेलने का अनुभव, और रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए लगातार प्रदर्शन — इन्हें क्रिकेट की गहराई तक समझने वाला व्यक्ति बनाता है।

अब जब ऐसा खिलाड़ी प्रशासन में आया है, तो यह उम्मीद की जा सकती है कि झारखंड क्रिकेट के फैसले मैदान की सच्चाई और खिलाड़ियों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर लिए जाएंगे।

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  1. मैदान से लेकर मीटिंग टेबल तक — अनुभव ही अब असली ताकत

पहले अक्सर देखा जाता था कि क्रिकेट एसोसिएशनों में ऐसे लोग पदों पर बैठते थे जिनका क्रिकेट से ज़मीनी संबंध बहुत कम होता था।
लेकिन सौरभ तिवारी का प्रशासन में आना एक सकारात्मक बदलाव है।
वह जानते हैं कि एक खिलाड़ी किन कठिनाइयों से गुजरता है —
• जब नेट्स पर सही पिच नहीं मिलती,
• जब चयन प्रक्रिया पारदर्शी नहीं होती,
• जब छोटे शहरों के खिलाड़ियों को मौके नहीं मिलते।

अब उम्मीद है कि सौरभ तिवारी इन सभी मुद्दों पर खिलाड़ियों की नज़र से सोचकर फैसले लेंगे।

  1. झारखंड क्रिकेट के लिए एक नया विज़न

रांची क्रिकेट अकादमी के निदेशकों और कोचों का मानना है कि

“सौरभ तिवारी के आने से झारखंड क्रिकेट में नई सोच और नई पारदर्शिता का दौर शुरू होगा।”

उनके नेतृत्व में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन अब
• टर्फ विकेट और ग्राउंड डेवलपमेंट,
• जूनियर और सीनियर खिलाड़ियों के लिए समान अवसर,
• कोचिंग स्ट्रक्चर में सुधार,
• और महिला क्रिकेट के विकास पर विशेष ध्यान दे सकता है।

सौरभ तिवारी जैसे सक्रिय खिलाड़ी प्रशासन में रहेंगे तो खिलाड़ी और एसोसिएशन के बीच की दूरी खत्म होगी, और एक पारदर्शी माहौल बनेगा।

  1. आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय अनुभव का लाभ

सौरभ तिवारी ने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला है और आईपीएल जैसे मंच पर दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया है।
यह अनुभव झारखंड के लिए अमूल्य साबित होगा।
उनकी समझ और आधुनिक क्रिकेट की सोच से राज्य के युवा खिलाड़ियों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग और exposure मिलेगा।

रांची क्रिकेट अकादमी के युवा खिलाड़ी अब उन्हें एक मार्गदर्शक और प्रेरक के रूप में देख रहे हैं।

  1. झारखंड क्रिकेट का सुनहरा भविष्य — रांची क्रिकेट अकादमी की दृष्टि से

रांची क्रिकेट अकादमी हमेशा से यह मानती आई है कि

“जब खिलाड़ी ही व्यवस्था का हिस्सा बनेगा, तभी असली बदलाव आएगा।”

सौरभ तिवारी के सचिव बनने से अब झारखंड क्रिकेट की दिशा निश्चित रूप से बदलेगी।
रांची क्रिकेट अकादमी ने पहले से ही स्ट्रक्चर्ड ट्रेनिंग, फिटनेस प्रोग्राम और मैच प्रिपरेशन सिस्टम शुरू किए हैं ताकि खिलाड़ी प्रोफेशनल स्तर के लिए तैयार रहें।
अब एसोसिएशन और अकादमी दोनों का उद्देश्य एक ही है —
झारखंड के हर प्रतिभाशाली खिलाड़ी को उसका सही प्लेटफॉर्म देना।

  1. उम्मीद की किरण — झारखंड क्रिकेट में भरोसे की वापसी

यह कदम झारखंड क्रिकेट में भरोसे की नई शुरुआत है।
अब खिलाड़ियों को विश्वास है कि एसोसिएशन में बैठा व्यक्ति उनका साथी है, कोई दूर का प्रशासक नहीं।
सौरभ तिवारी का अनुभव, सादगी और खिलाड़ियों के प्रति समर्पण निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में झारखंड क्रिकेट को एक नई पहचान दिलाएगा।

निष्कर्ष

झारखंड क्रिकेट के इतिहास में यह समय एक मोड़ की तरह है।
सौरभ तिवारी जैसे खिलाड़ी का प्रशासनिक जिम्मेदारी लेना बताता है कि अब क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि एक संवेदना और ज़िम्मेदारी बन चुका है।

रांची क्रिकेट अकादमी की ओर से हम इस बदलाव का स्वागत करते हैं और यह विश्वास जताते हैं कि
सौरभ तिवारी के नेतृत्व में झारखंड क्रिकेट देश के सबसे सम्मानित और सफल क्रिकेट राज्यों में शामिल होगा।

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