Ranchi Cricket Academy की कहानी केवल एक खेल की नहीं, बल्कि संघर्ष, परिश्रम और उम्मीद की कहानी है।
रांची क्रिकेट एकेडमी – जंगलों से उठती क्रिकेट की गूंज 🏏
यह एकेडमी झारखंड के ग्रामीण इलाकों में स्थित है — जहाँ चारों ओर घने जंगल, मिट्टी की खुशबू और मेहनती लोगों की आवाज़ गूंजती है।
इन्हीं गांवों और कस्बों से निकलते हैं वो खिलाड़ी जो सीमित साधनों के बावजूद, असीम सपने लेकर मैदान में उतरते हैं।
रांची के इन युवाओं में कुछ खास है —
ना बड़े शहरों जैसी सुविधाएँ, ना आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, फिर भी क्रिकेट के प्रति उनका जुनून और मेहनत किसी से कम नहीं।
दिन की धूप हो या शाम की ठंडक, रांची क्रिकेट एकेडमी के खिलाड़ी बिना थके नेट्स पर गेंद का सामना करते हैं, हर दिन अपने खेल को निखारते हैं।
झारखंड की इस मिट्टी ने पहले भी ऐसे खिलाड़ियों को जन्म दिया है जिन्होंने भारत का नाम ऊँचा किया —
एम.एस. धोनी, सौरभ तिवारी, और अब नए युवा जैसे रॉबिन बिष्ट —
ये सभी इस धरती के प्रतीक हैं कि “सपने सिर्फ बड़े शहरों में नहीं, हिम्मत रखने वालों के दिल में पलते हैं।”
रांची क्रिकेट एकेडमी का हर खिलाड़ी अपने सीमित संसाधनों के बावजूद यह साबित कर रहा है कि टैलेंट को किसी साधन की नहीं, सिर्फ अवसर की जरूरत होती है।
यहाँ के खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, अंडर-16 और अंडर-19 टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
उनकी मेहनत इस बात की मिसाल है कि अगर इरादा पक्का हो, तो जंगलों की राह भी मैदान तक पहुंचा देती है।
अंत में यही कहना उचित होगा —
“सुविधाएँ नहीं, संकल्प मायने रखता है। अगर दिल में आग है, तो छोटे-से गांव से निकलकर भी आप भारत की जर्सी पहन सकते हैं।”
रांची क्रिकेट एकेडमी ऐसे ही युवा खिलाड़ियों के सपनों को दिशा दे रही है —
जहाँ मिट्टी से उठकर मेहनत के दम पर क्रिकेट की नई कहानी लिखी जा रही है। 🏏🔥
